By Amit Saxena Sad Shayari Insan chand tak pahuch gaya इंसान चांद तक पहुंच गयासमुद्र की तह तक पहुँच गयालेकिन अफसोस किइंसान इंसानियत तक नहीं पहुँचा October 17, 2020 No Comments