ठोकर खाया हुआ दिल है साहब!
भीड़ से ज्यादा तन्हाई अच्छी लगती है !!
- January 13, 2021
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ठोकर खाया हुआ दिल है साहब!
भीड़ से ज्यादा तन्हाई अच्छी लगती है !!
जब भी देखता हुं हसते
खिल खिलाते चेहरेे लोगों के,
दुआ करता हुं,
इन्हे कभी मोहब्बत ना हो.
बहुत शौक है ना तुझे !! बहस का
आ बैठ बता मोहब्बत क्या है !!
कटते नही मुझसे ये तन्हा दिन रात
आज मैं सूरज से कहूंगा, मुझे साथ लेकर ङूबे
आखिर तुम भी आइने की तरह ही निकले,
जो भी सामने आया तुम उसी के हो गए।
बनके अजनबी मिले है
जिंदगी के सफर में
इन यादों को हम मिटायेंगे नहीं
Kai baar log thode se faayde k liye logo ke gulaam bn jaate h.
सच्चे दिल जब मिलते है तो धोखे का वजूद नहीं छोड़ते.
क्यों बहाने करते ho मुझसे रूठ जाने के साफ़ साफ़ कह देते Díl me जगह
nahi hai हमारे लिए
सबसे सीखो लेकिन हमेशा वही करो जो आपका मन करता है.